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मार्केटिंग क्या है - मार्केटिंग करने का सही तरीका

हैल्लो दोस्तों आज के हमारे इस आर्टिकल का टाइटल marketing kya hai है, आज इस आर्टिकल में हम आपको यह बताएंगे की मार्केटिंग क्या होती है और मार्केटिंग कैसे करते हैं, मार्केटिंग करना क्यों जरूरी है तथा मार्केटिंग करने का कारण क्या है इसके लाभ कौन-कौन से है। आइये इसके बारे में थोड़ा डिटेल्स में जानते है। 

marketing-kya-hai

Marketing kya hai :-

ग्राहक की जरूरतों को समझना और उसी के मुताबिक ही किसी  प्रोडक्ट या सामान को बेचना जिससे कंपनी को मुनाफा/ लाभ हो यही प्रक्रिया मार्केटिंग कहलाती है.

जो कंपनी अपने ग्राहकों की जरूरतों को समझकर ही प्रोडक्ट को बनाती है  और उसका सेल करती है वह कंपनी जरूर सक्सेस होती है और अच्छी खासी कमाई  भी करती है तथा कंपनी  को  लाभ पहुंचाती है।

बड़ी-बड़ी कंपनियां ऐसा ही करती हैं पहले अपने ग्राहकों की आवश्यकताओं का पता लगाती है की ग्राहक को किस तरह का सामान चाहिए फिर वह कंपनी उसी तरह के प्रोडक्ट का  निर्माण करती है और उसके बाद उस प्रोडक्ट को अपने ग्राहकों तक पहुंचाती है जिससे ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट की बिक्री होती है और कंपनी को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलता है।


Example :- 

जैसे मान लो किसी घर में कोलगेट टूथपेस्ट का यूज होता हो और उस घर में कोलगेट की जरूरत है और हम दूसरी कंपनी का टूथपेस्ट लेकर पहुंचे उनको देने के लिए तो उस घर के  लोग दूसरा टूथपेस्ट नहीं लेंगे क्योंकि उस घर के लोग कोलगेट कंपनी का टूथपेस्ट यूज करते हैं।

अगर हमें पहले से पता होता कि इस घर में कोलगेट टूथपेस्ट का यूज़ होता है इस घर के लोग वही वाला टूथपेस्ट लेंगे तो हम कोलगेट टूथपेस्ट ही लेकर आते और हमारी टूथपेस्ट की बिक्री भी होती।  यही प्रक्रिया  मार्केटिंग कहलाती है।


Example2- 

जैसे कोई मोबाइल कंपनी है वह मोबाइल कंपनी अलग अलग रेट की मोबाइल को बनाता है कोई मोबाइल एक लाख के ऊपर का होता है तो कोई मोबाइल 5000 तक ही होता है ऐसा क्यों होता है पता है क्योंकि कस्टमर की जरूरत बहुत प्रकार से होती है।

कोई कस्टमर 100000 के ऊपर के मोबाइल लेना चाहता है तो कोई कस्टमर उसी कंपनी के मोबाइल को 5000 के रेट तक लेना चाहता है इसी जरूरत के अनुसार मोबाइल कंपनी वाले कई रेट में मोबाइल को बनाते है जिस कस्टमर को जितने रेट तक का फ़ोन चाहिए होता वह उतने रेट में ही ले सकता है ये भी मार्केटिंग का एक उदाहरण है।


Marketing Karne Ka Sahi tarika :-

मार्केटिंग करने के कुछ तरीके होते हैं जिसको ध्यान में रखकर मार्केटिंग करने से अच्छी खासी प्रॉफिट होती है , तो आइए जानते हैं मार्केटिंग करने का सही तरीका-

  • सबसे पहले हमें अपने कस्टमर को टारगेट करना होता है मतलब जिसको हम अपना प्रोडक्ट बेचना चाहते यह तय करना भी मार्केटिंग का ही एक पार्ट होता है।
  • इसके बाद कस्टमर की जरूरत के अनुसार जो प्रोडक्ट कस्टमर को चाहिए और जिस प्रकार का चाहिए उसी प्रकार के प्रोडक्ट का निर्माण करना यह मार्केटिंग का दूसरा स्टेप होता है। 
  • इसके बाद हमने जो प्रोडक्ट बनाया है उसके बेनिफिट या उस बनाए गए प्रोडक्ट की खासियत  अपने कस्टमर तक पहुंचाना या अपने कस्टमर को बताना यह मार्केटिंग का तीसरा स्टेप होता है। 
  • इसके बाद उस प्रोडक्ट को अपने ग्राहकों तक पहुंचाना यह मार्केटिंग का चौथा स्टेप होता है। 
  • यह चारों स्टेप करने के बाद कंपनी  को प्रॉफिट/ लाभ हो यह मार्केटिंग का फाइनल स्टेप होता है!


Marketing Karne ki jarurat :-

मार्केटिंग करने की जरूरत इसलिए होती है ताकी हमारी कंपनी को ज्यादा से ज्यादा  प्रॉफिट हो, मार्केटिंग करने से हमें यह पता चल जाता है कि हमारे ग्राहकों को किस तरह का सामान चाहिए फिर हम उसी तरह का सामान बनाकर अपने ग्राहकों को प्रोवाइड कराते है जिससे हमारे प्रोडक्ट कि ज्यादा से ज्यादा बिक्री होती है खबर हमारी कंपनी को ज्यादा प्रॉफिट होता है और हमारे कस्टमर को प्रोडक्ट को प्राप्त करने में भी आसानी होती है इसलिए मार्केटिंग करना जरूरी होता है!



Marketing Karne ke laabh ( benefits):-

मार्केटिंग के कौन-कौन से लाभ है अब तक आपको पता चल ही गया होगा अगर आपने ऊपर दी गई पूरी जानकारी को पढ़ा होगा तो अगर नहीं पड़ा है तो कोई बात नहीं में एकबार फिर से बता देता हूं कि मार्केटिंग करने के कौन-कौन से लाभ होते हैं। मार्केटिंग करने के बहुत से होते लाभ हैं जिनमे से कुछ इस प्रकार से है-

  • मार्केटिंग करने से हमें अपने कस्टमर की जरूरतों का पता चल जाता है कि हमारे कस्टमर को किस तरह का और कैसे प्रोडक्ट की जरूरत है कस्टमर की जरूरतों का पता चल जाने पर हम कस्टमर की जरूरतों के अनुसार ही प्रोडक्ट का निर्माण करते हैं  और उस प्रोडक्ट को अपने कस्टमर तक पहुंचाते हैं जिससे हमारे प्रोडक्ट की ज्यादा बिक्री होती है और कस्टमर को भी अपनी जरूरत का सामान आसानी से मिल जाता है कि यही मार्केटिंग का मुख्य लाभ होता है!
  • हमारे ग्राहकों को किस तरह का सामान चाहिए फिर हम उसी तरह का सामान बनाकर अपने ग्राहकों को प्रोवाइड कराते है जिससे हमारे प्रोडक्ट कि ज्यादा से ज्यादा बिक्री होती है खबर हमारी कंपनी को ज्यादा प्रॉफिट होता है और हमारे कस्टमर को प्रोडक्ट को प्राप्त करने में भी आसानी होती है इसलिए मार्केटिंग करना जरूरी होता है!


  • For mor information click :-Here


उम्मीद करता हूँ दोस्तों हमारा ये आर्टिकल marketing kya hai पढ़के आपको जरूर कुछ नया सिखने को मिला होगा और आपको मार्केटिंग को समझने में थोड़ा बहुत हेल्प मिली होगी,दोस्तों अगर आपके मन में कोई प्रश्न हो तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताये (धन्यवाद)

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